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Goat Farming Tips: सनेन, बीटल, सिरोही, जमुनापारी और जखराना नस्ल की बकरियों से कमाएं मोटा मुनाफा

Goat Farming Tips: सनेन, बीटल, सिरोही, जमुनापारी और जखराना नस्ल की बकरियों से कमाएं मोटा मुनाफा

khet tak, New Delhi, Goat Farming Tips: अगर आप कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाने का व्यवसाय ढूंढ रहे हैं, तो बकरी पालन आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकता है। रायबरेली के पशु विशेषज्ञ डॉ. इंद्रजीत वर्मा बताते हैं कि बकरी पालन से किसान लाखों रुपये कमा सकते हैं, बशर्ते वे उन्नत नस्ल की बकरियों का पालन करें। इनमें सनेन, बीटल, सिरोही, जमुनापारी और जखराना बकरियां शामिल हैं, जो अपनी उच्च गुणवत्ता वाले दूध और मांस के लिए जानी जाती हैं। इन बकरियों की बाजार में हमेशा मांग बनी रहती है, जिससे यह व्यवसाय अत्यधिक लाभदायक साबित होता है।

सनेन नस्ल: दूध उत्पादन में सबसे आगे
सनेन बकरी नस्ल की खासियत यह है कि यह प्रतिदिन तीन से चार लीटर तक उच्च गुणवत्ता वाला दूध देती है। इस नस्ल की बकरियां विशेष रूप से अपने मीट और दूध की मांग के लिए जानी जाती हैं। यह बकरी पालन करने वाले किसानों के लिए कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने का आसान तरीका हो सकता है।

बकरी नस्ल                     दुग्ध उत्पादन (लीटर/दिन)                                            खासियत
सनेन                                 3-4                                                          उच्च गुणवत्ता वाला दूध
सिरोही                              1-2                                                          दूध और मांस उत्पादन
बीटल                                2-3                                       डेयरी और मांस दोनों के लिए उपयुक्त
जमुनापारी                         1.5-2                                       उच्च प्रजनन क्षमता
जखराना                           1.5-2                                     उच्च गुणवत्ता वाला दूध और मांस

सिरोही नस्ल: हर मौसम में अनुकूल

सिरोही नस्ल की बकरियां राजस्थान के सिरोही जिले में पाई जाती हैं और यह नस्ल दूध और मांस दोनों के लिए जानी जाती है। सिरोही नस्ल की खासियत है कि यह किसी भी वातावरण में खुद को ढाल लेती है। इस नस्ल की बकरियां सूखा सहन करने की क्षमता में भी अन्य नस्लों से बेहतर होती हैं, जो इन्हें हर परिस्थिति में लाभदायक बनाती है।

बीटल नस्ल: डेयरी और मांस के लिए सर्वश्रेष्ठ
बीटल नस्ल की बकरियां पंजाब और हरियाणा में पाई जाती हैं। इस नस्ल की बकरियां दूध उत्पादन और मांस दोनों के लिए बेहतरीन मानी जाती हैं। इसके चमड़े की भी बाजार में भारी मांग होती है, जिससे किसान अतिरिक्त मुनाफा कमा सकते हैं।

जमुनापारी नस्ल: उच्च प्रजनन क्षमता
जमुनापारी बकरियां उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में पाई जाती हैं और इन्हें “बागर” के नाम से भी जाना जाता है। यह नस्ल अपनी प्रजनन क्षमता के लिए जानी जाती है और अपने जीवनकाल में 12 से 14 बच्चे देती है। जमुनापारी बकरियां प्रतिदिन 1.5 से 2 लीटर तक दूध देती हैं, जो उन्हें अन्य नस्लों से खास बनाता है।

जखराना नस्ल: तीन गुणों वाली खास बकरी
जखराना बकरी नस्ल अपने उच्च गुणवत्ता वाले दूध, मांस और प्रजनन क्षमता के लिए जानी जाती है। यह नस्ल हर मायने में किसानों के लिए लाभदायक साबित होती है और कम लागत में अधिक मुनाफा देती है।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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